
वैज्ञानिकों ने कोशिकाओं के भीतर संकेत देने वाली एक सर्किट की पहचान की है, जिसको प्रोस्टेट कैंसर से गंभीर रूप से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए निशाना बनाया जा सकता है यह तरीका वैसे मरीजों के लिए कारगर साबित हो सकता है, जिनमें पहले से मौजूद उपचार पद्धतियां काम करना बंद कर देती हैं.
फेफड़े के कैंसर के बाद प्रोस्टेट कैंसर अमेरिकी पुरूषों के मौत की दूसरी सबसे बड़ी वजह है. वर्तमान में गंभीर रूप ले चुके प्रोस्टेट कैंसर के उपचार का सबसे प्रभावी तरीका कैंसर के पोषक तत्वों को रोकना है हालांकि, आखिरकार सारे मरीजों में यह उपचार पद्धति काम करना बंद कर देती है और इसके बाद डॉक्टरों के पास इसे खत्म करने का कोई विकल्प शेष नहीं रह जाता.अमेरिका के द स्क्रिप्स अनुसंधान संस्थान (टीएसआरआई) के अनुसंधान में यह बात निकलकर सामने आयी कि संभव है कि अपरिहार्य रूप से सक्रिय संकेतक सर्किट के कारण कोशिकाएं ट्यूमर का रूप ले लें अध्ययन में इस तरह के कैंसर को लेकर उपचार की नयी पद्धति भी विकसित की गयी. इस अध्ययन का प्रकाशन ‘मोलेकुलर सेल’ जर्नल में किया गया है.
Source: khabartak