
एक किसान ने निर्धनता के चलते साहूकार से काफी कर्ज ले लिया था। काफी कोशिशें करने के बाद भी वह साहूकार का कर्ज नहीं चुका पा रहा था। किसान के सिर्फ एक बेटी थी। वह बहुत सुंदर और बुद्धिमान थी। एक दिन उस बूढ़े साहूकार की नजर उस लड़की पर पड़ी तो वह उससे शादी करने के लिए साजिश रचने लगा।
एक दिन वह किसान के खेत पर पहुंच गया। वहां किसान और उसकी बेटी दोनों मौजूद थे। साहूकार ने किसान से कर्ज चुकाने के बारे में पूछा तो किसान ने असमर्थता जताई। इस पर साहूकार बोला कि अगर वह अपनी बेटी का विवाह उसके साथ कर दे तो वह उसका सारा कर्ज माफ कर देगा। साहूकार की इस शर्त को सुनकर किसान को बेहद गुस्सा आया, लेकिन कर्जदार होने के कारण वह कुछ बोल नहीं सका।