जब भी दाँत में दर्द होता है तो डेंटिस्ट के पास जाने की सलाह दी जाती है, पर कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय हैं, जिनसे कुछ समय के लिए अस्थायी रूप से दर्द में राहत मिलती है। दाँत का दर्द कई कारणों से होता है। इनमें से कैविटी, संक्रमण, दाँत की जड़ों का दिखना व मसूड़ों की बिमारियाँ है।

1. लौंग:
जब भी दाँत में दर्द हो तो लौंग का विचार आता ही है। लौंग में एंटीऑक्सीडेंट्स होने के आलावा कई गुण होते है, जैसे सूजनरोधी, व बैक्टीरिया को खत्म करने एवं सुन्न करने के गुण होते है। यह केवल दाँत दर्द को कम नहीं करता है, बल्कि संक्रमण से लड़ने में भी मदद करता है।
- आप लौंग को वहाँ रखे, जहाँ दाँत में दर्द हो एवं उसे काट कर चबा सकते है।
- थोड़े से वेजीटेबल ऑइल में थोड़े से लौंग पीस कर डालें। इस पेस्ट को दर्द वाली जगह पर लगाएँ। लौंग की चाय पीने से भी मसूड़ों की सूजन एवं दाँत दर्द में आराम मिलता है।
2. लहसून:
लहसून एक एंटीबायोटिक एवं अपने औषधिय गुणों के लिए जानी जाती है। यह बैक्टीरियल इंफेक्ट को कम करने में प्रभावी है।
- दर्द में राहत हेतु दो पीस लहसून चबाएँ।
- घिसी हुई लहसून में नमक मिलाकर दर्द वाले क्षेत्र पर लगाएँ।
3. प्याज:
प्याज भारत में उपयोग की जाने वाली आम खाद्य सामग्री है, जिसमें एंटीसेप्टिक व एंटीमाइक्रोबियल गुण होते है। इससे दाँत दर्द में ही आराम नहीं मिलता बल्कि संक्रमण के किटाणुओं को भी यह मार देता है। अमरूद की पत्तियों से भी दाँत दर्द ठीक होता है।
- दर्द में राहत हेतु कुछ मिनिट तक कच्चा प्याज चबाएँ या
- कच्चा प्याज प्रभावित जगह पर रखें।
4. बर्फ:
बर्फ से इलाज उन्हें अजीब लगता होगा, जिनके दाँत संवेदनशील है। पर यह सत्य है। आइस क्यूब मसूड़ों एवं नसों को सुन्न करके दाँत दर्द को कम करने में मदद करती है। बर्फ के कई और लाभ हैं, जैसे-
- बर्फ को एक प्लास्टिक की थैली में डालकर इसे कपड़े से लपेट दें। कुछ देर तक इसे अपने उस गाल पर रखें, जिस तरफ के दाँत में दर्द हो।
- बर्फ दो उस दाँत पर रखें जहाँ दर्द है पर यदि दर्द ज्यादा हो सकता है यदि नस का अंतिम भाग खुला हो।
5. नमक व गर्म पानी:
गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर एक माउथवॉश बनाएँ। इससे कुल्ला करें। इससे प्रभावित ऊतकों से तरल निकलता है तथा नसों की सूजन कम होती है।
Source: healthindian
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