उदर कृमि की बीमारी में प्रयोग होने वाली औषधी : –

इस बीमारी से पीड़ित मनुष्य को आडू के पौधे के कुछ पत्तों को लेकर पीसकर उसका रस निकाल लें | लगभग एक चम्मच की मात्रा का रस लेकर खाली पेट रोजाना सेवन करने से पेट के सभी रोग दूर हो जाते है |
- एक चम्मच मरुआ के पत्तों का रस निकालकर इस रस में एक ग्राम कबीला का चूर्ण मिलाकर खाली पेट खाएं | लगातार 4 से 5 दिनों इस औषधी का प्रयोग करें | पेट के सारे कृमि निकल जाते है | इसके आलावा अदरक , धनिया , हरी मिर्च और नमक मिलाकर चटनी बना लें | इस चटनी का सेवन करने से अपचन , मन्दाग्नि की बीमारी ठीक हो जाती है |
- अगर किसी को भी पेट में कीड़े है तो अजवायन के प्रयोग से इसका उपचार संभव है , सबसे पहले आप गुड का सेवन करे , गुड खाने के बाद आप 10 से 15 मिनट तक चहल कदमी करे, ऐसा करने से आँतों से चिपके कीड़े एक स्थान पर एकत्रित हो जायेगे, फिर अजवायन का चूरन लेकर उपर से सादा पानी पी ले , ऐसा करने से सारे कीड़े मर जायेगे और मलत्याग के समय बाहर निकल जायेगे.
4 . प्रतिदिन बच्चे को एक देसी टमाटर पका हुआ , काले नमक के साथ सेवन करने के लिए दे , ऐसा करने से पेट के सभी कीड़े मर जायेगे.
5 . प्रतिदिन छाछ में नमक और जीरा मिलाकर पीने से भी पेट के कीड़ो का विकास रूक जाता है.
लगातार तीन दिनों तक मुली के जूस का सेवन करने से भी पेट के कीड़े मर कर मल द्वारा बाहर आ जाते है |
Source: ayurvedhome
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