मच्छरों द्वारा कीटनाशकों के प्रति प्रतिरोध क्षमता विकसित करने के बावजूद कीटनाशक मच्छरदानी (नेट) मलेरिया से बचा सकती है। यह जानकारी एक अध्ययन से सामने आई है। शोधार्थियों ने पाया है कि कीटाणुनाशक डेल्टामीथ्रिन प्रतिरोधी क्षमता विकसित करने के बावजूद मच्छर के पेट में मलेरिया परजीवी के विकास प्रक्रिया को रोक देती है। हालांकि मलेरिया पर काबू पाने में मच्छरों में कीटनाशकों के प्रति प्रतिरोध की क्षमता विकसित हो जाना बड़ी चुनौती है।

अध्ययन के निष्कर्षों से पता चला कि कीटाणुनाशक उपचार किए गए मच्छरों में मलेरिया परजीवी का कम संक्रमण था। इससे यह पता चलता है कि प्रतिरोध क्षमता विकसित करने वाले मच्छर कीटनाशकों के संपर्क में जिंदा तो बचे रहते हैं, लेकिन उनके अंदर मौजूद मलेरिया परजीवियों पर रसायन का असर जरूर होता है।
अध्ययन में शामिल लंदन स्कूल ऑफ हाईजीन एंड ट्रोपिकल मेडीसीन के शोधार्थी कातेकेगन एबेईकू ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण परिणाम है, जिससे पता चलता है कि कीटनाशक उपचारित मच्छरदानी उन क्षेत्रों में जहां मच्छरों ने अपने अंदर प्रतिरोधी क्षमता विकसित कर लिया है, मलेरिया पर काबू पाने में काफी कारगर है।
Source: ibnlive
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