अगर आप भी ऐसा ही करते हैं, तो थोड़ा संभल जाइए क्योंकि एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि ऐसा करने से बच्चे का वेट जरूरत से ज्यादा बढ़ जाता है, जो उनकी सेहत के लिए भी खतरनाक होता है।
खाने के सामान्य व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए यह जरूरी है कि बच्चे खुद तय करें कि वह कितना खाना चाहते हैं। सर्वे के मुताबिक, अगर बच्चों को प्लेट में बचा एक-एक दाना खाने पर मजबूर किया जाए, तो वे अपने बॉडी के इशारों को समझना बंद कर देते हैं और तब तक खाते हैं, जब तक उनके पैरेंट्स खुश न हो जाएं।

रिसर्च में यह बात सामने आई कि उन बच्चों के बीएमआई में ज्यादा वृद्धि होती है, जिनमें भोजन उनके खाने के स्वभाव को प्रभावित करता है। वे कितना खाते हैं यह भूख के हिसाब से तय नहीं होता, बल्कि खाने को देखकर और उसकी गंध से तय होता है।
यह रिसर्च दीर्घकालीन रिसर्च का हिस्सा है, जो कई वर्षों तक बच्चों के मनोवैज्ञानिक तथा मनो-सामाजिक विकास पर अध्ययन करता है।
Source: wefornewshindi
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