अध्ययन में ‘आईआरएफ4’ जीन की पहचान की गई। हालांकि इसे बालों के रंग में भूमिका निभाने के लिए जाना जाता है, लेकिन पहली बार इसका बालों के सफेद होने से संबंध मिला है।
अध्ययन के अनुसार, यह जीन मेलेनिन के रेगूलेशन उत्पादन और भंडारण में शामिल है और मेलेनिन ही बालों, त्वचा और आंखों का रंग निर्धारण करता है। इसकी कमी से बालों का रंग सफेद होने लगता है।
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के एंडर्स रूज-लायनेयर्स ने बताया, “हमने बालों के पहले आनुवंशिक संबंध की खोज की है, जो व्यक्ति की उम्र बढ़ने की बायोलॉजी को समझने के लिए एक अच्छा मॉडल प्रदान करेगा।”
उन्होंने बताया, “आईआरएफ4 का एक्शन किस प्रकार बालों के सफेद होने से संबद्ध रखता है, इस बारे में जानने के बाद बालों को सफेद होने से रोकने के तरीके खोजे जा सकेंगे।”
इसके अलावा शोध समूह ने कुछ अन्य जीनों की भी खोज की है। इनमें ‘ईडीएआर’ जीन दाढ़ी के बालों की मोटाई और बालों के आकार और ‘एफओएक्सएल2’ भौहों की मोटाई संबंधित होते हैं।