
कोटा. गर्दन में दर्द होना एक आम समस्या बन गई है और अब तो इस बीमारी का उम्र से भी कोई लेना देना नहीं रहा। पिछले कुछ सालों में अगर हम गौर करें तो सरवाइकल स्पॉन्डलाइटिस के रोगियों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। इसके कई कारण हो सकते है जैसे लंबे समय तक डेस्क वर्क या पढ़ाई लिखाई करना कठोर तकिए का इस्तेमाल करना टेडे मेढे होकर सोना अथवा लेटकर टीवी देखना आदि।
गर्दन में दर्द अर्थात सरवाइकल स्पॉन्डलाइटिस किसी भी उम्र वाले व्यक्ति को कभी भी किसी भी समय हो सकता है।
बच्चों युवाओं एवं बुजुर्गों में सरवाइकल स्पॉडिलाइटिस या गर्दन के आसपास के मेरुदंड की हड्डियों की असामान्य बढ़ोतरी और गर्दन के हड्डियों के बीच के इंटरवर्टिब्रल डिस्क के अपने स्थान से सरक जाने की वजह से होता है। वृद्धों में सरवाइकल मेरुदंड में डीजेनरेटिव बदलाव साधारण किया है और सामान्यतया इसके कोई लक्षण भी नहीं उभरते।