विश्व में प्रत्येक पांच में से एक व्यक्ति आयरन की कमी से ग्रसित है और गर्भवती महिलाओं में यह समस्या अधिक है। थायरॉइड विकार और आयरन की कमी, गर्भवती महिलाओं में मैटर्निटी और फीटस (भ्रूण) समस्याओं के साथ जुड़े हैं।गर्भवती महिलाओं को अपने बच्चे के मस्तिष्क के संपूर्ण विकास के लिए पर्याप्त हार्मोन की ज़रूरत होती है। ख़ासकर पहले सत्र के दौरान यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि उस दौरान फीटस खुद अपनी थायरॉयड ग्रंथि विकसित करता है। इस शोध को साबित करने के लिए अध्ययनकर्ताओं ने करीब 1900 गर्भवती महिलाओं का आंकलन किया है।
Loading...
Source: dailysunstar
कृपया इस महत्वपूर्ण जानकारी को अपने परिवार और मित्रों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें!
Loading...