
मोटापे से बचाव : डिनर (रात का भोजन) अक्सर दिनभर का अंतिम भोजन होता है। दिन ढलते ही शरीर की प्रक्रिया और मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है। यदि आप देर से खाते हैं, तो वह भोजन ऊर्जा में पूरी तरह तब्दील नहीं होता है। देर से किया भोजन फैट को बढ़ाता है, जिससे वजन बढ़ने लगता है।
गैस्ट्रोइन्टेस्टाइनल समस्या में कमी: जो व्यक्ति देर से भोजन करते हैं, उनमें पाचनतंत्र की समस्या जैसे एसिडिटी, छाती में जलन आदि उत्पन्न होते हैं। जब आप देर से सोने जाते हैं तो पेट का अम्ल बढ़ता है और यह समस्या को बढ़ाता है। जल्दी भोजन कर लेने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।
बेहतर नींद : देर से भोजन के चलते खराब पाचन की क्रिया होती है, जिसका सीधा असर नींद पर पड़ता है।
शरीर के तंत्र में नवऊर्जा : रात का भोजन समय पर कर लेने से ब्रेन और दूसरे अंगों को फिर से स्फूर्तिदायक होने में मदद मिलती है।
अगले दिन तरोताजा महसूस करना: शरीर का सूर्योदय और सूर्यास्त से सीधा संबंध होता है। जब आप अपने शरीर को इसके अनुकूल काम करने देते हैं तो आलस्य और थकान आपसे हमेशा दूर रहेगी।