
आयुर्वेद के अनुसार सर्दियां सेहत बनाने का मौसम है। इस मौसम में जुटाई गई रोगों से लडऩे की ताकत पूरे साल के लिए हमें चुस्त, दुरुस्त और मस्त बनाए रख सकती है। जरूरत है तो अपने खान-पान और रहन-सहन को देसी खुराक देने की, बता रही हैं।
सर्दी के मौसम का भरपूर फायदा उठाने के लिए दो चीजों का ध्यान रखना जरूरी है। एक, आहार कैसा हो और दूसरा विहार कैसा हो। सामान्य शब्दों में कहें तो खान-पान और रहन-सहन। जैसे-जैसे ठंड बढ़े, वैसे-वैसे खान-पान में परिवर्तन करना शुरू कर देना चाहिए।
बाहरी तापमान से तालमेल बैठाने के लिए इस मौसम में शरीर का भीतरी तंत्र ज्यादा मुस्तैदी से काम करने लगता है। बाहर पड़ रही शीत का संपर्क हमारी त्वचा से बना रहता है तो शरीर के भीतर मौजूद जठराग्नि प्रबल हो जाती है और इस तरह सर्दियां शरीर की पाचन-शक्ति में इजाफा कर देती हैं।
बाकी मौसमों की तुलना में हमारा शरीर खाए-पिए को अच्छे से ग्रहण कर पाता है।