मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के लिए शुक्रवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त प्रवीण गुप्ता ने नागरिकों के लिए गाइडलाइंस जारी की। उन्होंने बताया कि डेंगू या चिकनगुनिया का कोई उपचार उपलब्ध नहीं है। इसकी रोकथाम ही इलाज है।
मच्छरों को पनपने से रोक कर ही इन जानलेवा बीमारियों को रोका जाए। एडीज मच्छर का जीवन चक्र 7 दिन के लगभग होता है। गुप्ता ने सभी सरकारी एवं स्थानीय संस्थानों के कार्यालयों, शैक्षिक संस्थानों, राज्य सरकार के कार्यालयों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, मार्केट एसोसिएशनों व नागरिकों से डेंगू की रोकथाम हेतु दिल्ली में मच्छरों के प्रजनन को रोकने के उपाय करने की अपील की।
गुप्ता ने कहा कि मच्छर जनित बीमारियों पर प्रभावशाली नियंत्रण तब तक असंभव है, जब तक नागरिक मच्छरों की उत्पत्ति रोकने हेतु अपने घरों तथा कार्यालय परिसरों व उनके आसपास उपाय नहीं किए जाएंगे।
क्या-क्या करें उपाय
कूलरों को सप्ताह में एक बार पोछकर अवश्य
साफ करें,
कूलर दोबारा भरने से पहले सुखा लिया जाए
जिन कूलरों को साफ नहीं किया जा सकता, उनमें पेट्रोल/कैरोसिन डालें
टेमिफास ग्रेन्यूल्ज प्राप्त करने के लिए सरकारी कार्यालयों के नोडल अधिकारी निगम के क्षेत्रीय उप-स्वास्थ्य अधिकारियों से करें संपर्क
छत पर तथा अन्य स्थानों पर पानी की टंकियों को ढक कर रखें
अपने कार्यालयों में व आस-पास पानी जमा न होने दें
खाली व बेकार टूटी बोतलें, कप, गमले व टायर खुले में न छोड़ें
Source: navodayatimes
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