
जब भी हल्के बुखार से परेशान होते हैं तो पेरासीटमॉल गटकने में देर नहीं लगाते हैं। क्योंकि बहुत असरदार है और बिना डॉक्टर की सलाह के काम भी हो जाता है। लेकिन सावधान हो जाएं अगर ये तरीका सालों से अपना रखा है। हर बार जरा से दर्द या बुखार में पेरासीटामॉल लेना फायदे से ज्यादा नुकसान करता है। कई डॉक्टरों का कहना है कि इससे कई दूसरी बीमरियों को अंजाने में बुलावा दे बैठते हैं।
क्या आपने कभी भी दवा के पैकेट देखा है कि क्या लिखा रहता है। ये पहले से ही आगाह किया जाता है कि ज्यादा मात्रा में पेरासीटामोल लेने से लीवर को नुकसान हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि एक व्यक्ति को दिन में 3 ग्राम से ज्यादा पेरासीटामॉल नहीं लेना चाहिए और इससे लेने से पहले अपने डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए।
कुछ केसों में बहुत ज्यादा मात्रा में पेरासीटामॉल पेट में गैस पैदा कर सकती है। तो अगर अपच या पेट में भारीपन से परेशान हैं तो हो सकता है ये पेरासीटामॉल का परिणाम हो सकता है।
इससे त्वचा पर लाल चकत्ते और एलर्जी हो जाती है जिसमें खुजली या जलन होती है।
कई बार पेरासीटामॉल लेने के बाद बहुत ज्यादा सुस्ती महसूस होती है। तो ऐसे में डॉक्टर से सलाह जरुर लें।
अगर पहले से ही लीवर की किसी बीमारी से जूझ रहे हैं जैसे पीलिया तो ये दवा लेने से पहले सलाह जरुर ले लें।