जीवन में जब आपको दुखों का सामना करना पड़ता है लेकिन जब तनाव एक लंबे समय के लिए रह जाता है तो यह आपके दैनिक कामकाज को प्रभावित करना शुरू कर देता है तथा तनाव की वृद्धि के कारण आपके डिप्रेशन में जाने की संभावना कही अधिक हो जाती है।
आपके प्रियजन जब ऐसी अवस्था में कलंक जुड़ी व् कई अन्य टिप्पणियों की भरमार कर देते है और व्यक्ति को अकेला संघर्ष करना पड़ता है तब डिप्रेशन घातक रूप ले लेता है। यहाँ कुछ सुझाव दे रहे है जो आपको डिप्रेशन से निकलने में काफी मदद देगा।

नकारात्मक चक्र को तोड़ दे : जब आप उदास होते है तो इस बात की संभावना अधिक बढ़ जाती है की आप निराशावादी विचारों से पूरी तरह ग्रसित हो जाएं। अगर आप समझते है की आपका मूड आपके दिन और लाइफ को प्रभावित करता है तो इस वास्तविकता को बदलने की आवश्यकता है। खुद के ध्यान भंग करते हुए आप उदासी वाले विचारों को खुद से दूर करने का प्रयास करें क्योकि उदास मस्तिष्क से नकारात्मक विचारों को जल्दी अवशोषित करता है जबकी इनसे ध्यान भंग करते ही सकारात्मक विचारों पर ध्यान केंद्रित होने लगेगा जो धीरे-धीरे डिप्रेशन से बाहर आने में आपकी मदद करेगा।