
संस्थान के प्रमुख वैज्ञानिक एकेएस रावत ने बताया कि हमने टाइप-2 डायबिटीज रोयिगों के लिए एक दवा विकसित की है जो आयुर्वेद के सिद्धांत पर आधारित है। इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
उन्होंने बताया कि आम तौर पर एंटीजन शरीर के अंगों पर असर डालते हैं लेकिन हमारी औषधि में एंटी आक्सीडेंट है जो डायबीटीज रोगियों के लिए अच्छा है।
रावत ने बताया कि औषधि को विकसित करने की पहल एनबीआरआई के निदेशक सी एस नौटियाल ने की। औषधि को गोलियों के स्वरूप में दिया जाएगा।
इस आयुर्वेदिक औषधि का नाम ‘बीजीआर-34’ रखा गया है और इसकी 100 गोलियों की कीमत पांच सौ रूपए हो सकती है।
Source: shiromaninews
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