भोजन करने के लिए आप बर्तन का प्रयोग करते हैं। आप में से कुछ लोग स्टील की थाली या प्लास्टिक की थाली में खाना खाते होगें। आयुर्वेद में खाना बनाने और खाना-खाने के लिए कौन से बर्तनों का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे इंसान निरोगी रह सकता है उसकी वितस्तार से चर्चा की गई है। वैदिक वाटिका ने आयुर्वेद पर किए शोध के आधार पर आपको बता रही है कि इंसान को किस तरह के भोजन पात्र में भोजन करना चाहिए और किन में नहीं।

कांसे के बर्तन में
कांसे के बर्तन मे बना भोजन दिमाग को तेज करता है। साथ ही साथ भूख को भी बढ़ाता है। कांसे के बर्तन में खाना खाने से रक्तपित्त शान्त होती है।
चांदी के बर्तन में
चांदी के बर्तन में खाना खाने से दिमाग तेज होता है और आंखे स्वस्थ रहती हैं साथ ही पित्तदोष भी खत्म होता है।
सोने के बर्तन में
सोने के बर्तनों में बना खाना शरीर को ताकत देता है। पुरूषों के लिए सोने के बर्तन में भोजन करना बेहद फायदेमंद होता है। सोने के बर्तन में पका हुआ खाना शरीर को अंदर और बाहर से मजबूत बनाता है।
पीतल के बर्तन में
पीतल के बर्तन में बना हुआ खाना कफ और कृमि रोग को खत्म करता है। पीतल में बना खाना वायु पैदा करता है।
Source: vedicvatica
कृपया इस महत्वपूर्ण जानकारी को अपने परिवार और मित्रों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें!