
भस्त्रिका प्राणायाम अस्थमा, टीबी, कैंसर जैसे रोगों में उपयोगी हैं, ये वजन और पेट की चर्बी को कम करता हैं, फेफड़ो की कार्यक्षमता बढ़ा मन और प्राण को स्फूर्ति देता हैं। भस्त्रिका जिसका अर्थ ‘ धौकनी ‘ हैं। भस्त्रिका एक संस्कृत शब्द है जिस प्रकार एक लोहार धौकनी की सहायता से तेज हवा छोडकर उष्णता निर्माण कर लोहे को गर्म कर उस मे की अशुद्धता को दूर करता है, उसी प्रकार भस्त्रिका प्राणायाम में हमारे शरीर और मन की अशुद्धता को दूर करने के लिए धौकनी की तरह वेग पूर्वक अशुद्ध वायु को बाहर निकाला जाता है और शुद्ध प्राणवायु को अंदर लिया जाता हैं। इसीलिए इसे अंग्रेजी में ‘ Bellow’s Breath ‘ भी कहा जाता हैं।
Source: onlyayurved
कृपया इस महत्वपूर्ण जानकारी को अपने परिवार और मित्रों के साथ ज्यादा से ज्यादा शेयर करें!